सेक्टर 36 का रिव्यू=साल 2005 - 6 में नोएडा में निठारी कांड हुआ था,
उसे कांड पर एक फिल्म आधारित है लेकिन खुलकर बोलने का दम नहीं रखनी शुरू में डिस्क्लेमर आ जाता है कि यह तो फिक्शन है यानी काल्पनिक कहानी है, इस फिल्म में ऐसा बहुत कुछ है जो शायद आप देख नहीं पाएंगे लेकिन ऐसा भी बहुत कुछ है जो आपको देखना चाहिए और विक्रांत मैसी को तो आप मिस नहीं कर सकते।
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SECTOR-36 |
सेक्टर 36 की कहानी=दिल्ली के शाहदरा में एक अमीर बिजनेसमैन की कोठी में काम करने वाला प्रेम छोटे बच्चों को मार डालता है और उनकी क्लास के टुकड़े करके कोठी में ही दफन देता है वह ऐसा क्यों करता है कॉम क्या इसमें उसके मालिक का हाथ है वह कैसे पकड़ा गया क्या उसके बड़ी मूछ वाले मलिक को सजा हुई निठारी कांड की कहानी को काल्पनिक बढ़कर इस फिल्म में दिखाया गया है कॉम जिन्हें यह कहानी नहीं पता नहीं है उन्हें देखने पर चौंका देगी।
फिल्म देखने में कैसी लगी=यह है, जिस तरह इसमें बच्चों के साथ बहसीपन दिखाया गया है वह शहीद हर कोई नहीं देख पाएगा गालियां भी खूब है तो परिवार के साथ तो नहीं देख सकते, यह फिल्म यह भी बताती है कि पैसे और पावर के दम पर बड़े लोग कैसे इतने बड़े-बड़े कांड करके भी बच जाते हैं,जिन लोगों को निठारी कांड का पता नहीं है उनके लिए यह शॉकिंग होगी लेकिन फिल्म में रिसर्च की कमी है ऐसा लगता है कुछ और भी होना चाहिए था कॉम इससे ज्यादा जानकारी हो तो न्यूज़ चैनल वाले ने दे दी थी कॉम लेकिन तब भी यह फिल्म देखी जा सकती हैं बरसाते आप कमजोर दिलवाले ना हो।
कुल मिलाकर फिल्म देखी जा सकती हैं और विक्रांत के फिल्म तो बिल्कुल मिस ना करें।