राजस्थान की टूरिज्म का हॉस्पिटल से जोड़ा जाएगा। राजस्थान को मेडिकल और वेलवेट डिस्ट्रीब्यूशन स्टेट बनाने के लिए एक्शन प्लान तैयार हो चुका है। सरकार जल्दी से लेकर एक पॉलिसी लाने वाली है जिसे हील इन राजस्थान पॉलिसी के नाम से जाना जाएगा।
इस पॉलिसी की तरह राजस्थान में रहने वाले और बाहर से आने वाले लोगों को सस्ता इलाज मिलेगा इसके लिए अलग से अस्पताल और मैनेजमेंट रहेगी ।
विदेश से यहां इलाज करने आने वाले लोगों का प्यार ध्यान रखा जाएगा इसके लिए अलग से हॉस्पिटल सेलेक्ट किए जाएंगे और इनमें नॉन वेज और वेग से लेकर हर तरह का खाना मिलेगा इतना ही नहीं हर हॉस्पिटल में धर्म के अनुसार उपासना केंद्र रहेगी । सरकार की ओर से इस पॉलिसी को बनकर तैयार कर दिया गया है बताया जा रहा है, कि जल्दी से कैबिनेट में रखा जाएगा इसके बाद उसका काम शुरू कर दिया जाएगा ।
इधर आने वाले 3 सालों के लिए भी सरकार ने प्लान तैयार किया है ,राजस्थान के बालों में इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत 15000 करोड़ का बजट तय किया गया है ।
इसमें आने वाले 3 साल में प्रदेश में घर में सुपर स्पेशलिटी नर्सरी केयर हॉस्पिटलों की सुविधाओं को एग्रीगेट करने का काम होगा इसमें आयुष स्पेशलिटी भी मिलेगी ।
इस पॉलिसी के तहत कैसा होगा इलाज और कौन सा होगा जाने
हेल इन पॉलिसी के साथ मेडिकल टूरिज्म के लिए आने वाले विदेशियों को इंटरनेशनल स्टैंडर्ड डिग्री मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने पर फोकस किया जाएगा ।
राजस्थान को मेडिकल और वैलनेस डिवीजन अपडेट के तौर पर विकसित करने के लिए काम होगा मेडिकल टूरिज्म के लिए जिन अस्पतालों के सदस्य किया गया जाएगा और मैं बेहतर सुविधा होगी ।
राजस्थान को मेडिकल और वेरी नाइस स्टूडेंट विभाग के तौर पर विकसित करने के लिए काम करना होगा मेडिकल टूरिज्म के लिए जिन अस्पतालों को सेलेक्ट किया जाएगा उन्हें बेहतर सुविधा होगी ।
वैलनेस और मेडिकल फ्यूजन के लिए सरकारी और मेडिकल सेक्टर मिलकर काम करेंगे इसके तहत सिलेबस में वर्ल्ड क्लास सुविधा दी जाएगी। सस्ते इलाज के साथ ही उनकी सुविधाओं पर काम होगा ताकि यहां आने वाले मरीज को बेहतर इलाज मिल सके ।
हर धर्म के अनुसार मिलेगी सुविधा और खाना सस्ते इलाज के साथ यहां हर धर्म के अनुसार मरीज को सुविधा मिलेगी इसमें खान-पान और विशेष तौर पर उनकी धार्मिक भाषाओं का ध्यान रखा जाएगा इसलिए खाने में वेज नॉनवेज के साथ विगन फूड भी दिया जाएगा।
इसके अलावा मेडिकल टूरिज्म सेलेक्ट हुए अस्पताल में मंदिर चर्च के साथ हर धर्म का अलग से उपासना रूम में सेंटर भी होगा ।
इसके पीछे कारण है, कि मिडिल ईस्ट से बड़ी तादाद में मेडिकल बैलेंस टूरिज्म के लिए लोग भारत आते हैं ऐसे में उनकी धार्मिक आस्था का भी इनका विशेष ध्यान रखना पड़ता है ।
प्रोजेक्ट का उद्देश्य
इस प्रोजेक्ट को लाने का उद्देश्य है कि विदेशी आने वाले लोग राजस्थान में आकर अपना इलाज करवाएंगे इसके लिए सरकार ने एक्शन प्लान में इसकी ब्रांडिंग से लेकर मरीज को मिलने वाली चीजों का प्लान तैयार किया है ।
ब्रांडिंग के लिए
मेडिकल टूरिज्म के तहत राजस्थान में मिलने वाली सुविधाओं की सरकार हर देश में ब्रांडिंग करेगी। इसके तहत सबसे पहले विकसित देशों में ब्रांडिंग होगी, जहां से सबसे ज्यादा टूरिस्ट मेडिकल और वेलीनेस के लिए राजस्थान आते हैं और उनकी संभावना भी ज्यादा रहती है । इसके लिए सरकार हर देश में होने वाले नेशनल और इंटरनेशनल मेडिकल टूरिज्म फेयर कॉन्फ्रेंस और सेमिनार में अपने प्रतिनिधि को भेजेगा ।
डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर
हेल इन राजस्थान पॉलिसी के लिए अलग से वेबसाइट और डेडिकेटेड डिजिटल पोर्टल बनाया जाएगा जिसमें डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत अपडेटेड बिलिंग सिस्टम इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन सपोर्ट के साथ कैशलेस पेमेंट सपोर्ट रिवर्समेंट सपोर्ट और फॉरेक्स पेमेंट जैसी सुविधाएं भी मिलेगी ।
ट्रेनिंग
अस्पताल में मेडिकल टूरिज्म बैंक के लिए अलग से लिए जाएंगे इसके लिए विशेष रूप से ट्रेड कांटेक्ट पर स्टाफ हायर करने की सुविधा दी जाएगी ।
इनका ट्रेनिंग मॉडल कल्चरल सेंसटाइजेशन के आधार पर होगा और ऐसे कर्मचारी लिए जाएंगे जो मल्टीकल्चरल और वैश्विक माहौल में काम कर सके ।
मेडिकल टूरिज्म से सर्विस
ट्रैवल एजेंसी एयरलाइन रियल एस्टेट होटल और ट्रांसलेशन सर्विसेज की सुविधा दी जाएगी
यह संस्थान इंटरनेशनल बिजनेस को ऑर्डिनेशन का भी कम करें ।
अलग से बनेगी संस्था
मेडिकल टूरिज्म के लिए सरकार ने अलग से एक संस्था भी बनाएगी ,जो इसके ऑपरेशन और क्वालिटी स्टैंडर्ड पर नजर रखेगी संस्था दूसरे देशों के साथ सम्मिलित करने प्राइवेट सरकारी अस्पतालों के साथ को ऑडियो सॉन्ग मेडिकल एक्सपर्ट्स को साथ लाने और मेडिकल वैल्यू टूरिज्म फैसेलिटीज स्थापित करने में मदद करेगी जिन देशों से मेडिकल वैल्यू टूरिज्म के तहत ज्यादा टूरिस्ट आ सकते हैं ,उन पर सबसे पहले फोकस किया जाएगा ।
अस्पतालों का ऑडिट एंड सर्टिफाइड
एनबीटी के लिए चैन के गैस पर दलों का नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड का हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर प्रोवाइड्स से सर्टिफिकेशन होगा ताकि मरीजों को वर्ल्ड क्लास सुविधा पर भरोसा हो सके इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया अस्पतालों का लगातार ऑडिट होगा जिसे वह वर्ल्ड क्लास सुविधा मेंटेन कर सके ।
यह से लगा था ट्रेंनिंग मैन्युअल भी चलेगी बाहर से मेडिकल टूरिज्म के लिए राजस्थान आने वाली पर्यटक मेडिकल वीजा उपलब्ध करवाने और दूसरी का भी कार्रवाई पूरी करने के लिए यह फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस के साथ तालमेल बैठायेगी ।
यह बॉडी पेशेंट एक्सपीरियंस को भी मॉनिटर करेगी जो ,कि पर्यटक मेडिकल टूरिज्म और वैलनेस डिस्ट्रीब्यूशन के लिए यहां पर आएगा उसके एक्सपीरियंस सुझाव और परेशानियों के आधार पर हमें सुधारने का सुझाव दी यही बॉडी देगी और उन्हें सुझावों को इंप्लीमेंट भी करवाएगी ।
मेडिकल और वैलनेस टूरिज्म के लिए अफॉर्डेबल केयर पैकेज भी बनेगा
मेडिकल और वैलनेस टूरिज्म के लिए अफॉर्डेबल केयर पैकेज बनेगा इंटरनेशनल इंश्योरेंस एजेंसी की ताज महल भर्ती इलाज का सस्ता पैकेज बनेगा । नेशनल फॉर इंटरनेशनल इंश्योरेंस एजेंसी के साथ ऑनलाइन करने और पार्टनरशिप करने का काम करके अफॉर्डेबल केयर पैकेज विकसित किया जाएगा ।
अब राजस्थान में पांच एन ए बी ए एल सर्टिफाइड आई सेंटर्स बनाई जाएंगे
राजस्थान में पांच एन ए बी ए एल सर्टिफाइड आई सेंटर बनाए जाएंगे इंजीनियर रेस्ट एंड रिक्वायरमेंट किया जाए इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के हिसाब से विकसित किया जाएगा । उनकी में फिजियो तेरे लिए आयुर्वेदिक योग और अर्बन ट्रीटमेंट की सुविधा दी जाएगी।