आजकल डिप्थीरिया बीमारी का प्रकोप ज्यादा बढ़ रहा है इसलिए इसको ध्यान में रखते हुए हम आपको बताएंगे डिटेल कैसे होता है और क्यों होता है इसके लक्षण क्या है आगे चलिए जानते हैं
डिप्थीरिया का फैलने का कारण
यह बीमारी एक दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलती है ,अगर किसी चीज या वस्तु में बैक्टीरिया है ,तो उसे छूने से भी यह फैल सकती है । संक्रमित व्यक्ति के ठीक नहीं है पास नहीं के दौरान उसके आसपास खड़े लोगों को भी डिप्थीरिया हो सकता है ।
इस बीमारी में सबसे बड़ा खतरा है, तो यह है कि कोविड की तरह शुरुआती दिनों में कोई लक्षण दिखाई नहीं पड़ते हैं। इस दौरान भी इसके बैक्टीरिया संक्रमित व्यक्ति के जरिए फेलते रहते हैं और संक्रमित व्यक्ति को नुकसान पहुंचाते रहते हैं, उसे बैक्टीरिया से गले में मोटी भूरे रंग की परत जम जाती है, इससे श्वसन तंत्र में प्रभाव पड़ता है, और धीरे-धीरे यह बीमारी बढ़ती चली जाती है और हृदय को भी नुकसान पहुंचती है ।
इस बीमारी के लक्षण
1. सबसे पहले श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है ।
2. इस बीमारी के गले में लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं।
3. गले में लगातार खरास रहती है ।
4. सांस लेने में तकलीफ होती है ।
5. गले में सूजन के साथ दर्द होता है ।
6. तेज बुखार बना रहता है ।
7. कुछ खाए या निगलने में दिक्कत होती है ।
8. जुकाम और खांसी के लक्षण दिखाई पड़ते हैं
डिप्थीरिया में इन बातों का ध्यान रखना चाहिए ।
1. डिप्थीरिया शरीर को बहुत कमजोर कर देता है इसलिए इससे ऊपर के लिए ज्यादा से ज्यादा आराम की जरूरत पड़ती है ।
2. अगर इसका असर किसी के हाथ कर दी हुआ है तो उसे किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी से बचना चाहिए ।
3. इससे सबसे अधिक नुकसान गले को होता है इसलिए लंबे समय तक विकिपीडिया ना गर्म पानी वह गर्म खाना ही खाए
4. घर में कोई एक व्यक्ति संक्रमित है तो उसे करंट टाइम कर सकते हैं बाकी लोग नियमित रूप से हाथ धोते रहे
5. 10 साल से ज्यादा उम्र वाले को हर 10 साल में इसका टीका लगवाना चाहिए इससे आपकी आने वाली पीढ़ी भी सुरक्षित रहेगी।
6. एक बार डिप्थीरिया ठीक हो जाने के बाद इसके वैक्सीनेशन की सीरीज पर कर लेनी चाहिए क्योंकि, दूसरे इन्फेक्शन की तरह इसमें ऐसा नहीं की जिंदगी भर के लिए इम्यूनिटी विकसित हो जाएगी, अगर टीके की सीरीज पूरी नहीं हुई है ,तो कभी भी फिर से डिप्थीरिया हो सकता है ।
Tags
VIRAL DISEASE