ईरान व इजरायल के बीच सीधे युद्ध का भारत पर पड़ने वाला है बहुत बड़ा प्रभाव
युद्ध की स्थिति
इजरायली सेना ने गुरुवार को दावा किया कि ,उन्होंने हमारे सरकार के प्रमुख रोही मुसतहा को गाजा मे मार गिराया है । इसे पहले मंगलवार को ईरान ने ISREALपर 10 दोनों हाई परसोनिक मिसाइलें दागी थी । हमले के बाद ईरान की इस्लामी गार्ड कोर में दावा किया कि दागी गई मिसाइल होने से 90% की मिसाइल अपने निशाने पर लगी थी। इससे इजराइल का गुस्सा बहुत ही ज्यादा बढ़ गया है । वह भी बदले लेने की कगार पर है
इजराइल में बदले की आग का गुस्सा
इस्लामी रिवॉल्यूशनरी गार्ड कनिका की हमले हिज्बुल्लाह और हमास नेताओं की मौत का बदला लेने के लिए किए गए थे । इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाओं ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ईरान ने बहुत बड़ी गलती की है और उसे इसके लिए कीमत सुहानी पड़ेगी इससे यह पता चलता है। कि ईरान ने किया हमले पर इजरायल गुस्से में और वह इजरायल ईरान को कुछ ना कुछ बदला लेने की जरूरत पड़ेगा ।
उधर से ईरान भी जवाब देने में तैयार
ईरानी शास्त्र बलों के के ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बागरी ने इजरायली शासन और उसके समर्थन को वह चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी गतिविधियां जारी रहेगी तो ईरान की ओर से और भी विनाशकारी प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी ऐसी बात करके वहां के के ऑफिस स्टाफ ने अपना गुस्सा देता है ।
अमेरिका सीजफायर समझौते के लिए
ईरान इजरायल के बीच मिसाइल हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस में मिडिल ईस्ट में बढ़ते संघर्ष की निंदा की और बोला कि दोनों देशों की सीट पर रोक के युद्ध गुरुग्राम दिया जाए ।
अमेरिका ने दिया इजराइल का साथ
राष्ट्रपति बिडेन ने अमेरिकी सेना को आदेश दिया है कि वह ईरान के हमले से इजरायल की रक्षा में मदद करें और उन मिसाइल को मार गिराए जो इसराइल को निशाना बना रही है । इससे इजराइल देश की सुरक्षा ज्यादा बढ़ेगी और वहां की सिटीजंस को नुकसान नहीं होगा ।
इन दो देशों के बीच हो रहे युद्ध से भारत के व्यापार में पड़ेगा प्रभाव
इलेक्ट्रॉनिक वर्कर्स क्षेत्रफल को नुकसान हो सकता है देश के बीच युद्ध से रिपोर्ट्स की माने तो पश्चिम एशियाई क्षेत्र में संघर्ष बढ़ने से इलेक्ट्रॉनिक और कृषि क्षेत्र में भारत के व्यापार को नुकसान की संभावना हो सकती है इससे युद्ध में सीधे तौर पर शामिल देशों को निर्यात के लिए बीमा शुल्क भी बढ़ सकता है ।
कच्चे तेल के दाम में भी उछाल की संभावना हो सकती है
रिपोर्ट्स की माने तो ईरान के ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर अगर इजरायली हमले करता है तो कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा हो सकता है वही आपूर्ति बाधित होने का भी संकट आ रहा है, इससे कच्चे तेल की कीमतों पर बहुत बड़ा असर पड़ सकता है ,जिससे कच्चे तेल का भाव भी बढ़ सकता है ।
व्यापार
भारत और इजरायल के बीच 1992 से राजनायक संबंध है । दोनों देशों के बीच 2022-23 में व्यापार 10.7 अरब डालर तक पहुंच गया था। भारत इजराइल निर्यात की जाने वाली प्रमुख वस्तुएं में डीजल की रेट विमान टरबाइन, ईंधन ,रडार उपकरण ,बासमती चावल ,टी-शर्ट और गेहूं शामिल है । वहीं भारत इजराइल से अंतरिक्ष उपकरण पोटेशियम क्लोराइड ,मैकेनिक अप्लायंस, ट्रस्ट के टर्बो जीत और प्रिंटेड सर्किट जैसी वस्तुएं इजराइल से आयात करता है ।
भारत और ईरान
दोनों देशों के बीच भी व्यापार एक प्रॉपर तरीके से होता है, इसमें वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 10 महीने में भारत और ईरान के बीच व्यापार 1.52 अरब डॉलर राज्य की 2022 में यह 2.33 अरब डॉलर का 12 ,13 को मुख्य रूप से कृषि और पशुधन उत्पादकों का निर्यात करता है । जिसमें स्कीमएड मिल्क , मेल के चार्ज की ब्याज, लहसुन और डब्बा 1 सब्जियां शामिल है वहीं भारत ईरान से मेथिल अल्कोहल ,पेट्रोलियम बिटवीन ,लिक्वेफाइड बटने सब खजूर बादाम का आयात करता है।
इसी दोनों देशों के बीच हो रहे युद्ध से भारत ईरान और इजरायल के व्यापार में बहुत बड़ा नुकसान देखने को मिल सकता है ,क्योंकि वहां के ट्रांसपोर्ट और वह व्यापार की स्थिति प्रॉपर तरीके से नहीं बना पाएंगे ऐसे वाहन की इकोनॉमी पर बहुत बड़ा असर होगा इससे तीनों देशों के इकोनॉमी पावर पर या अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
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