क्या नरेश मीणा को मिल पाएगा जयपुर मंथन से टिकट


कांग्रेस ने अभी सातों विधानसभा के चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है । सोमवार को टिकट वितरण को लेकर जयपुर में बड़े नेता मंथन कर रहे हैं । इसमें देवली, उनियारा और दौसा सीट पर कांग्रेस की युवा नेता और प्रबल दावेदार नरेश मीणा को लेकर जोरदार पेच फंसा हुआ है । 
टोंक ,सवाई माधोपुर के एक बड़े जनप्रतिनिधि नरेश मीणा के टिकट का अंदर कहानी विरोध कर रहे हैं ,लेकिन जिस तरह से उनके समर्थन में कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रहलाद गुंजल समेत अन्य लोग आ रहे हैं ,उसे देखकर कांग्रेस जो कमान नरेश मीणा को देवलियों ने हराया दूसरा में से एक जगह टिकट देने की संभावना और ज्यादा मजबूत हो रही है । 
रिस्क लेने से बचने का तरीका निकालने का कोशिश कांग्रेस ंपार्टी
 के बड़े नेता नरेश मीणा के राजनीति करियर का फीडबैक देखकर कोई भी उसके लेने से बचाना है । का तरीका निकाल रहे हैं ,आल्हा कमान यह भी सोच रहा है ,कि मैं आज एक दो बड़े नेता की ओर से ही नरेश मीणा का टिकट काटते हैं ,तो वह बोलेगी खुली बगावत नहीं कर लेकिन देवली, उनियारा और दोष में उनके हजारों समर्थक बीजेपी को वोट कर सकते हैं । ऐसे में नरेश मीणा का टिकट काटने से दोनों विधानसभा चुनाव प्रभावित हो सकता है । पार्टी को हार  का मुंह देखना पड़ सकता है, पार्टी की दाव पर लगी साख को बचाने के लिए दोनों में से एक जगह नरेश मीणा को टिकट दे सकती है । 
टिकट नहीं देने पर बारां की चारों सीटे  हारी  थी, कांग्रेस नरेश मीणा के गत विधानसभा में भी बारां की छबड़ा विधानसभा से कांग्रेस के टिकट मांगा था । लेकिन नरेश मीणा के अनुसार तत्कालीन खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाषा से खुली राजनीति का निबंध से उनको नरेश मीणा को टिकट नहीं मिला । उससे नाराज होकर कार्य करता हूं कि करने पर छबड़ा से निर्दलीय चुनाव लड़ा और करीब 44000 वोट लेकर सबको चौंका दिया । इस वजह से उनके समर्थक होने कांग्रेस के खिलाफ वोटिंग की तो बारा  जिले की चारों सीट कांग्रेस हार गई।  इसमें पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भैया हार गए।  उसके बाद कांग्रेस के हार के कर्म को लेकर हुई मीटिंग में भी कार्यकर्ताओं ने कहा कि, नरेश मीणा को पार्टी छबड़ा से टिकट दे दे दी तो ,कांग्रेस की दुर्दशा नहीं होती नरेश का टिकट काटने का असर हद होती ही नहीं पूर्व राजस्थान पर भी पड़ा उधर भी पायलट के समर्थक प्रत्याशी को छोड़कर अन्य हार गए । 

आज ले पाएंगे नरेश मीणा के समर्थक फैसला 
आज कांग्रेस के बड़े नेता टिकट पर मंथन कर रहे हैं । उनमें मिलने के लिए नरेश मीणा के समर्थन में टोंक ,सवाई माधोपुर ,कोटा ,बूंदी ,झालावाड़, बारा ,दौसा ,भरतपुर, करौली समेत अन्य जिलों से हजारों कार्यकर्ता जयपुर पहुंच गए हैं । 

एक ही दिन में दो दर्जन दावेदारों ने मांगा टिकट अब क्या होगा 
लोगों में चर्चा की नरेश मीणा की देवली उनियारा से प्रबल दावेदारी से अपना राजनीतिक वर्सेस शुभकामना होने की आशंका से एक बड़े नेता ने उसका टिकट रोकने के लिए लोकल नेताओं को इशारा किया कि ,तुम भी टिकट की दावेदारी करो वरना पार्टी नरेश मीणा को टिकट दे सकती है, फिर एक ही दिन में रविवार को दर्शन आवेदन देवली, उनियारा के लिए कांग्रेस जिला अध्यक्ष के पास आ गए हैं, जबकि पहले एक दो छोड़कर किसी ने दावेदारी नहीं की थी । 
बीजेपी गुर्जर को तो कांग्रेस मीणा को देती आई है यानी क्या है जॉन 
देवली ,उनियारा विधानसभा क्षेत्र में 2008 के परिसीमन के बाद भी अब तक कांग्रेस मीणा समाज के व्यक्ति को टिकट दे रही है, वहीं भाजपा गुर्जर समाज के नेता को चुनाव लड़ता लडवा रही है । 2008 के चुनाव में यहां से कांग्रेस ने रामनारायण मीणा को तो भाजपा की पूर्व मंत्री नाथू सिंह गुर्जर को टिकट दिया था।  इसमें रामनारायण मीणा जीते थे । उसके बाद 2013 की चुनाव में भाजपा ने राजेंद्र गुर्जर को तो कांग्रेस में रामनारायण मीणा को टिकट दिया ,इसमें रामनारायण  मीना जीते थे । उसके बाद 2013 के चुनाव में भाजपा ने राजेंद्र गुर्जर को तो कांग्रेस ने रामनारायण मीणा को टिकट दिया । इसमें राजेंद्र गुर्जर जीते थे।  2018 की चुनाव में यहां से कांग्रेस ने दौसा से बीजेपी सांसद हरिश्चंद्र मीणा को कांग्रेस में शामिल कर देवली उनियारा से प्रत्याशी बनाया हरिश्चंद्र मीणा ने यहां से जीत हासिल की ,इस चुनाव में उन्होंने पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर को 21000 से ज्यादा मतों से हरा दिया ,उसके बाद फिर कांग्रेस ने हरीश में चंद्र मीणा को टिकट दिया तो, बीजेपी ने गुर्जर समाज के नेता विजय बैसला को की टिकट दिया । 
अब उपचुनाव में बीजेपी जयपुर मा राजेंद्र गुर्जर को टिकट दिया है ,तो अब कांग्रेस भी पुरानी जीत देखकर मीणा समाज के व्यक्ति को ही टिकट देने के मूड में है ,और इसमें सबसे प्रबल दावेदार नरेश मीणा दिख रहे हैं, लेकिन यह तो कांग्रेस हाई कमान  ही तय करेगा, कि वह किसी टिकट देती है ,लेकिन नरेश मीणा को टिकट कटती है ,तो दौसा  देवली ,उनियारा में उसके समर्थक अपने नरेश मीणा दिख रहे हैं, लेकिन यह तो कांग्रेस आई कमान तय करेगा कि वह किसी को टिकट देती है, लेकिन नरेश मीणा को टिकट काट दी है ,तो  दौसा देवली , उनियारा में उसके समर्थक अपने वोटों  को बीजेपी में डाइवर्ट कर सकते हैं ,ऐसा होता है ,तो कांग्रेस दोनों सीटे  फिर से गवा सकती है। 

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