MSP: कैबिनेट की बैठक में सरकार ने किया फसलों की समर्थन मूल्य पर बढ़ोतरी


केंद्र सरकार ने बुधवार को रबी की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है ,सबसे ज्यादा इजाफा का सरसों में ₹300 का किया गया है । 
गेहूं में डेढ़ सौ रुपए प्रति क्विंटल  बढ़ाया गया है ,इस तरह गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपए कुन्टल  हो गया है । 
जो , चना, मसूर ,कुसुम की न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ोतरी की गई है, यह फैसला कैबिनेट मीटिंग में लिया गया है । 
रबी  की फसलों की बुवाई मानसून के लौटते समय अक्टूबर नवंबर के समय की जाती है ,इन फसलों  की कटाई आमतौर पर मार्च अप्रैल में की जाती है ,यह पिछले बारिश से ज्यादा प्रभावित नहीं होती है, रबी की प्रमुख फसले  गेहूं, चना, मटर, सरसों और जो है । 
सबसे कम इजाफा जो मैं हुआ है। 

फसल 
गेहूं 
नया समर्थन मूल्य =2425
पुराना  समर्थन मूल्य =2275
अंतर=150
जो
नया समर्थन मूल्य =1980
पुराना  समर्थन मूल्य =1850
अंतर =130
चना 
नया समर्थन मूल्य =5650
पुराना  समर्थन मूल्य =5440
अंतर =210
मसूर 
नया समर्थन मूल्य=6700 
पुराना समर्थन मूल्य =6425
अंतर =275
सरसों 
नया समर्थन मूल्य =5950
पुराना  समर्थन मूल्य =5650
अंतर =300
कुसुम 
नया समर्थन मूल्य =5950
पुराना  समर्थन मूल्य =5800
अंतर=140

न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या है चलो आपको बताते हैं 
न्यूनतम समर्थन मूल्य को गारंटीड मूल्य जो किसानों को मिलता है, जो किसानों की फसल पर मिलता है ,भले ही बाजार में उस फसल की कीमत कम हो इसके पीछे तर्क यह है ,कि बाजार में फसलों की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का किसानों पर असर न पड़े ,उन्हें न्यूनतम कीमत मिलती रहे। 

समर्थन मूल्य में इन फसलों को किया गया है शामिल 
सात प्रकार की अनाज =धान गेहूं मक्का बाजरा जवाहर राजी और जो 
पांच प्रकार की दालें= चना अरहर चार उड़द मूंग और मसूर 
सात तिलहन= रेपसीड सरसों ,मूंगफली, सोयाबीन ,सूरजमुखी ,तिल ,कुसुम ,नीगरसीड। 
चार व्यवसायिक फसलें =कपास, गन्ना ,खोपरा ,कच्चा जूट। 



एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने