राजस्थान लोक सेवा आयोग अब प्रतियोगी परीक्षा के केंद्र में बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन लागू करने की तैयारी कर रहा है ।
ऑनलाइन की ट्रायल के तौर पर यह व्यवस्था इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान शुरू की जा रही है इसके बाद सभी भर्ती परीक्षाओं पर लागू किया जा सकता है ।
बायोमेट्रिक सिस्टम को बेटियों के आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा ,जिसमें एसओजी ने 50 से ज्यादा डमी क्रेडिट को पकड़ा था । इसके बाद आरपीएससी ने इस पर रोक लगाने के लिए यह एक बड़ा कदम उठाया है। लोकसभा लोकसभा आयोग का दावा की बायोमेट्रिक से डमी कैंडिडेट को आसानी से पकड़ा जा सकता है ।
केंद्रीय मंत्रालय ने दी मंजूरी
आरपीएससी ने परीक्षा में बायोमेट्रिक व्यवस्था लागू करने के लिए इलेक्ट्रिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी के मंत्रालय को प्रस्ताव बनाकर भेजा था, जो कि मंत्रालय की ओर से आधार कार्ड के जरिए कैंडिडेट की बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन की परमिशन मिल गई है ।
आयोग सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि 6 महीने से इसके लिए प्रयास कर रहे थे आयु के आग्रह पर राज्य सरकार की कार्मिक विभाग ने 8 में 2024 को इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार को इस संबंध में लिखा था इस पर भारत सरकार ने आधार एक्ट 2016 की धारा 4 एवं आधार ऑथेंटिकेशन फॉर गुड गवर्नेंस नियम 2020 के अंतर्गत अभ्यर्थियों की पहचान सत्यापित करने के उद्देश्य से आधार से सत्यापन की अनुमति दी है ।
आधार से होगी पहचान कैंडिडेट असली है या नकली
आधार कार्ड डायरेक्ट आइडेंटिटी सत्यापित करने के लिए यूआइडीएआइ एक ऑनलाइन बायोमेट्रिक, फिंगर, फेस ,आईरिस वेरिफिकेशन की सुविधा प्रदान करता है। दरअसल आरपीएससी में आवेदन करने वाला विद्यार्थियों को वन टाइम रजिस्ट्रेशन में अपना आधार नंबर बनना पड़ता है ,वहीं से अभ्यर्थी का नाम ,पता ,जन्मतिथि और अन्य जानकारियां एसएसओ आईडी की रिकॉर्ड में आ जाती है ।
अब जब भी आवेदन करने वाला कैनडिट एग्जाम सेंटर पर पहुंचेगी उसे बायोमेट्रिक मशीन पर थंब इंप्रेशन ,स्कैन करना होगा । इसके बाद भी उसे एंट्री दी जाएगी।
एग्जाम सेंटर पर इस प्रक्रिया के दौरान जैसी कैंडिडेट अपनी फिंगर स्कैन के लिए बायोमेट्रिक मशीन पर रखेगा उसके 12 नंबर के आधार कार्ड के साथ उससे जुड़ी सभी जानकारी आ जाएगी अगर कोई डमी कैंडिडेट किसी और की जगह एग्जाम देने पहुंचेगा तो अपने आप ही पकड़ा जाएगा ,क्योंकि फिंगरप्रिंट मैच नहीं होंगे ।
वर्तमान समय में यह सिस्टम इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में करेंगे लागू
आयोग के सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि कार्मिक विभाग की ओर से नोटिफिकेशन जारी करने की के बाद शुरू कर दिए कार्मिक विभाग का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद इस व्यवस्था को पूर्ण रूप से लागू कर दिया। जाएगा ट्रायल के तौर पर यह व्यवस्था भी इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान लागू होगी ।
परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थी इंटरव्यू देने पहुंचेगा तब उसे बायोमेट्रिक पर फिंगर प्रिंट स्कैन करना होगा इससे पता चल पाएगा कि कैंडिडेट डमी है या ओरिजिनल ।
इस सिस्टम की जरूरत क्यों पड़ी
प्रदेश में पेपर लीक के साथ-साथ डमी कैंडिडेट की इंटरव्यू देने के लिए पहुंच गए थे हाल ही में पेपर लीक प्रकरणों में एसओजी की कई गिरफ्त सामने आया कि कई डमी कैंडिडेट आरएस का इंटरव्यू तक दे चुके हैं ।
इससे होने वाले बदलाव
आधार बायोमेट्रिक सत्यापन सुविधा प्राप्त होने से आयोग अब और अधिक सस्ता हो सकेगा और परीक्षाओं में सम्मिलित होने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों की रोकथाम प्रारंभिक स्तर पर ही संभव हो सकेगी अब चरणबद्ध रूप से अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक सत्यापन व्यवस्था आयोग की ओर से शुरू की जाएगी।
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