दोष आरक्षण को देते हो, लेकिन यार क्या राजस्थान में सबसे ज्यादा बड़े तरीके से सरकारी भर्ती में बिश्नोई जाति के लोग चयनित होते हैं। अफीम तस्करी से काली कमाई करके नौकरी देने पेपर खरीदने हैं फिर कपढ़ने वाले मंत्रियों का हक छीन लेते हैं ।
आज दो सी प्रियंका बिश्नोई और दिनेश बिश्नोई को एसओजी ने पकड़ा है 20 लाख में पेपर खरीदने वाले इनके पूज्य पिताजी डर के मारेगा छोड़कर फरार हैं ।
एडिशनल एसपी राम सिंह ने बताया कि दिनेश बिश्नोई और प्रियंका बिश्नोई के पिता भागीरथी बिश्नोई की मुलाकात साल 2021 में जोधपुर जेल में भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण और ओमप्रकाश फौजी से हुई थी भागीरथ बिश्रोई एनडीपीएस के एक केस में जेल गया हुआ था। गोपाल सरन ने अपनी भाई भूपेंद्र सारण से पेपर लेकर जयपुर के हीरापुर में प्रियंका को दिया था ।दूसरी शिफ्ट का पेपर दिनेश के मोबाइल पर भेजो जो दिनेश ने प्रियंका को दिया था ।
अफीम तस्कर भागीरथ बिश्रोई गोपाल सारण को सी भर्ती पेपर के लिए 20 लख रुपए दिए थे अशोक जी की जांच में पुष्टि होने के बाद एसओजी ने भागीरथ की गिरफ्तारी के लिए कई जगह पर दबिस दी, लेकिन वह फरार चल रहा है ।
दोनों थे भाई बहन
पेपर लीग में ट्रेन ही सी बाय वन गिरफ्तार हो गए हैं भूपेंद्र सारण के भाई से 20 लाख में पर्चा खरीदा और राजस्थान पुलिस अकादमी में कर रहे थे ट्रेनिंग ।
आईटी'एस ऑल राजस्थान एसओजी जी ने अब तक 42 ट्रेनिंग थानेदारों को गिरफ्तार किया है अफीम तस्कर भागीरथ बिश्रोई के बेटे दिनेश बिश्नोई और बेटी प्रियंका विष्णु को भी गिरफ्तार किया है एक वर्ग विशेष गिरफ्तार थानेदार की लिस्ट इनकी कुल संख्या 22 से 25 बताई जा रही है ।
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